Tuesday, June 29, 2010
गर्मी में हौसले पस्त, पर फुटबाल में मस्त
Thursday, June 24, 2010
बहरीन के ग्रेनाइट की फ्लोरिंग, चीनी पर्दे, विदेशी फूल
Monday, June 14, 2010
कोई नहीं देख रहा पीड़ितों का दर्द
Friday, June 4, 2010
मौसम थोड़ा कूल, पर धूल ही धूल
आंधी-तूफान का मौसम। हर तरह की आंधियां और तूफान! कुछ हुए फिस्स। कुछ ने किया। बहुत कुछ तितर-बितर। लैला का था बड़ा शोर। लबे साहिल तक। पहुंचते-पहुंचते पड़ा। जोश ठंडा। आया दम। बच गये हम। अब फेट का हल्ला। लेकिन बंगाल की खाड़ी में। ममतादी लायीं जो राजनीतिक तूफान। वह हैरतअंगेज! गर्मी का मौसम। लू के थपेड़ों के साथ। चली हिंसा की क्रूर हवाएं। उड़ा ले गयीं वे। यूपीए की सालगिरह की नर्म हवाएं। अब मौसम। अजब। कभी गर्मी। कभी आंधी, गजब। मौसम थोड़ा कूल। पर धूल ही धूल।
Thursday, June 3, 2010
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