Saturday, October 31, 2009

साथ बढ़े की भावना : मधुकर उपाध्याय


गोरखपुर। वरिष्ठ पत्रकार मधुकर उपाध्याय ने कहा कि उत्सव प्रेमी देश है अपना भारत। उत्स उत्थान से बना है। अपनी संस्कृति की यह सहज वृत्ति है कि यहां मेले, त्यौहार आदि सब मिल कर मनाते हैं। आयोजनों की भावना यही होती है कि सब साथ चलें, साथ बढ़े, एक भाषा बालें, एक मन हो। ऐसे आयोजनों का संदेश यही होता है और यदि सभी लोग इससे सीख पाएं तो ही आयोजनों की सार्थकता है।

साभार - दैनिक जागरण, गोरखपुर

1 comment:

अजय कुमार झा said...

मधुकर जी ,
आपको बीबीसी के जमाने से जानता और गुनता सुनता आ रहा हूं...अब तक वो दांडी यात्रा याद है मुझे और भारतनामा भी ...आज आपके ब्लोग पर आकर अच्छा लगा ...आप शायद दैनिक आज समाज से भी जुडे हुए हैं ..अब आता रहूंगा